30-09-2023 #hindi "Experience Blissful Self-Realization - Unlock Inner Joy" Daily Message Shree Shivkrupanand Swamiji

Posted by Naveen Kumar Nischal on

आत्मआंनद" को हम केवल अनुभव ही कर सकते हैं । अभिव्यक्त नहीं किया जा सकता।

यह वाक्य आत्मज्ञान और आंतरिक सुख के महत्वपूर्ण आदर्श को स्पष्ट करता है। "आत्मआंनद" का मतलब होता है आत्मा के आनंद को अनुभव करना, जिसमें आत्मज्ञान और आंतरिक शांति का अहसास होता है।

इस वाक्य में कहा जा रहा है कि आत्मा के आनंद को शब्दों में व्यक्त करना मुश्किल है। यह आंतरिक अनुभव होता है जिसे शब्दों द्वारा पूरी तरह से व्यक्त नहीं किया जा सकता। शब्दों की सीमा होती है, जबकि आत्मा का अनुभव असीमित और अशब्दित होता है।

इस वाक्य से सुझाव आता है कि आत्मज्ञान और आत्मा के आनंद को समझने के लिए हमें मनन और ध्यान का सहायता लेना चाहिए, क्योंकि ये अंतरंग अनुभव होते हैं जो शब्दों से पाया नहीं जा सकता।


"Discover the art of experiencing blissful self-realization. Unlock inner joy and serenity through mindfulness and e."

We can only experience “self-pleasure”. Cannot be expressed.
"आत्मआंनद" को हम केवल अनुभव ही कर सकते हैं । अभिव्यक्त नहीं किया जा सकता।
 

 

 

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