Unlocking the Power of Healing Surrender and Belief for Mind and Soul Transformation

Posted by Ashish Kumar Sarkar on

Unlocking the Power of Spoken Energy: Exploring Healing, Surrender, and Belief for Mind and Soul Transformation | स्पोकन एनर्जी की शक्ति को अनलॉक करना: मन और आत्मा परिवर्तन के लिए हीलिंग, समर्पण और विश्वास की खोज 



When you speak, energy starts flowing not only in your speaking, but from the whole body itself. It is clearly visible to us. What is this? Swamiji: I have no knowledge of healing method. Considering my Gurudev as the Supreme Soul, I surrender myself to him, I surrender to him with my soul. In this complete process, believing is the most important process. Because the more we believe, the more our self increases and the more the feeling increases, the more our mind becomes pure.

** हिंदी **

आप जब बोलते हो तो आपके बोलने में ही नहीं, पूर्ण शरीर से ही ऊर्जाशक्ति बहने लग जाती है। वह हमें स्पष्ट दिखाई पड़ रही है। यह क्या है? स्वामीजी: मुझे हीलिंग पद्धति का कोई ज्ञान नहीं है। मैं तो मेरे गुरुदेव को ही परमात्मा मानते हुए अपने-आपको उन्हें समर्पित कर देता हूँ, अपनी आत्मा से उन्हें समर्पित हो जाता हूँ। इस पूर्ण प्रक्रिया में मानना ही सबसे महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया है। क्योंकि हम जितना मानते हैं, उतना अपना ही भाव बढ़ता है और जितना भाव बढ़ता है, उतना ही हमारा चित्त शुद्ध होने लगता है.

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