Jai Baba Swami — SpiritualAwakening
WHY IS LOVE SO SCARCE IN OUR LIVES The Endless Quest for Love and Its Abundance Explained
Posted by Biswajit Mitra on
Why is Love so Scarce in Our Lives? The Endless Quest for Love and Its Abundance Explained - A Reflection by Satguru | प्रेम की इतनी कमी क्यों है? जीवन में प्रेम के लिए अनंत खोज का सफर - सतगुरु के विचारों का परिचय*** हिंदी *** आप मुझे प्रेम करते हैं न ? हमारे जीवन में प्रेम की इतनी कमी क्यों है कि हम यही पूछते हुए जीते हैं और यही पूछते पूछते मर जाते हैं। हर व्यक्ति हज़ार ढंगों से यही पूछ रहा है कि आप मुझसे प्रेम करते हैं न ? प्रेम की ऐसी प्यास और इतनी अधिक...
The Need for Equilibrium over Excessive Progress
Posted by Ashish Kumar Sarkar on
The Need for Equilibrium over Excessive Progress | अति विकास के बजाय सदैव आवश्यकता**ENGLISH** In any direction, excessive development is never good. Balanced development is always necessary. Only when our development is balanced, it will be natural, and natural development is always balanced development. ❤️🌹 Shri Shivakrupanand Swamiji 🌹❤️ Dedication to the Yoga of the Himalayas **हिंदी** किसी भी दिशा में अति विकास कदापि अच्छा नहीं होता। सदैव सन्तुलित विकास आवश्यक है। जब हमारा विकास सन्तुलित होगा तभी वह प्राकृतिक होगा और प्राकृतिक विकास सदा सन्तुलित विकास ही होता है। - ❤️🌹श्री शिवकृपानंद स्वामीजी🌹❤️ हिमालय का समर्पण योग🙏
Finding Solutions Trust in Time and the Divine for Positive Outcomes
Posted by Ashish Kumar Sarkar on
Finding Solutions: Trust in Time and the Divine for Positive Outcomes! | मस्याओं का समाधान: समय और ईश्वर पर विश्वास करें, सकारात्मक परिणामों के लिए!**ENGLISH** If you're unable to find a solution to a problem, Leave it to time and the divine! Certainly, the outcome Will always be good! **हिंदी** जिस समस्या का समाधान, समझ में न आये तो..! उसे वक्त और ईश्वर पर छोड़ देना चाहिए.. यक़ीनन परिणाम, सदैव अच्छा ही रहेगा..!! जय आत्मेश्व❤️🙏
LOVE The Path to Liberation and Ultimate Bliss in Life
Posted by Ashish Kumar Sarkar on
LOVE The Path to Liberation and Ultimate Bliss in Life | प्रेम: मुक्ति और जीवन के अंतिम आनंद का मार्गLove is the practice, the liberation. If there is love in life, then there is everything. If you want this bliss forever, then go to the final moments of life once, with the same joy, with the same feeling, with which you tried to attain love in life. Even in the last moments of life, feel that same love. Dive into that depth. Then see, the same joy, the same ecstasy, the same depth will be found. Every moment of life...
A Voice Rising from the Heights of the Water
Posted by Ashish Kumar Sarkar on
A Voice Rising from the Heights of the Water | जल की उंचाइयों से उठता हुआ एक आवाज अगर हम किसी बड़े झरने के करीब जाते हैं तो वह जहाँ से गिरता है, उसकी ऊंचाई और वह जहां गिरता है, वह स्थान, दोनों मिलकर एक आवाज का निर्माण करते हैं। और उस आवाज से आसपास का सारा वातावरण उत्साह और प्रसन्नता से भर जाता है। उसके पास जाने से ही निर्भयता की स्थिति प्राप्त हो जाती है। - श्री शिवकृपानंद स्वामीजी हिमालय का समर्पण योग - भाग ४(१७७)